भारत जैसे देश में जहा लगभग 10 करोड़ लोग खेती पर निर्भर करते है जोकि देश के कुल परिवारों का 48 % है। ऐसे देश में किसानो की आजीविका जोकि खेती है उसका ध्यान रखना सरकार के लिए अत्यधिक जरूरी है इसलिए भारतीय सरकारे समये समये पर किसानो की मदद के लिए योजनए लाती रहती है। अब किसानो के लिए केंद्र सरकार के साथ साथ राज्ये सरकारे भी कई योजनाए लेकर आरहि है , और इसी के चलते इस ब्लॉग में हम झारखंड सरकार द्वारा लाई गयी मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना (MKAY) से जुडी सभी महत्वपूर्ण जानकारी को देखेंगे।

योजना की शुरुआत कब और क्यों हुई?
किसानों के हित के लिए तमाम योजनाएं चलाई जा रही हैं. ये योजनाएं केंद्र व राज्य सरकार की ओर से संचालित की जाती हैं. ऐसी ही एक योजना झारखंड सरकार की ओर से चलाई जा रही है
मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना ( MKAY ) की शुरुआत झारखंड सरकार द्वारा 2019 में की गई थी। इस योजना का उद्देश्य राज्य के छोटे और सीमांत किसानों को खरीफ फसलों के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करना है, ताकि वे उन्नत बीज, खाद, और सिंचाई की सुविधाओं का उपयोग करके अधिक उत्पादन कर सकें।
(MKAY) योजना के उद्देश्य:
झारखंड के मुख्यमंत्री ने राज्य के किसानों के लाभ के लिए मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना (MKAY) की घोषणा की है। इस योजना के तहत, सरकार ने वंचित सीमांत एवं छोटे किसानों को समय पर प्रोत्साहन के साथ वित्तीय सहायता प्रदान करने का निर्णय लिया है। इस योजना के कुछ व्यापक उद्देश्य निचे दिए गए है :
- झारखण्ड सरकार अपने राज्ये के किसानों की आर्थिक स्थिति सुधारना चाहती है।
- इस योजना के तहत किसान भाइयो को बुआई से पहले आर्थिक सहायता उपलब्ध कराइ जाएगी।
- अक्सर किसान अपने खेती को भीतर करने के लिए बैंको एवं साहूकारों के ऋण के बोझ के निचे दब जाते इसी ऋण के बोझ को कम करना इस योजन का एक महतवपूर्ण उद्देश्य है।
- सर्कार इस योजनाओ के जरिये किसानो को आत्मनिर्भर बनाने की निरंतर कोशिश ार रही है।
योजना के तहत मिलने वाला लाभ:
इस योजना के तहत झारखण्ड निवासी किसानो को यह कुछ लाभ मिलेंगे :

MKAY के तहत, राज्य सरकार ने खरीफ फसलों की खेती के लिए प्रतिवर्ष 5000 रुपये प्रति एकड़ तक की सहायता देने का आश्वासन दिया है और विभिन्न कृषि प्रयोजनों के लिए इस योजना के अंतर्गत 45 लाख एकड़ भूमि को कवर किए जाने की उम्मीद है।
लाभार्थी की स्थिति | सहायता राशि प्रति वर्ष |
1 से 5 एकड़ भूमि वाले किसान | ₹5,000 प्रति एकड़ |
अधिकतम सीमा | ₹25,000 प्रति वर्ष |
यह राशि डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के माध्यम से सीधे किसानों के बैंक खाते में भेजी जाती है।
किसान निम्न उद्देश्यों के लिए निधियों का उपयोग कर सकते हैं:
- बीज की खरीद करने के लिए।
- उर्वरकों की खरीद करने के लिए।
- श्रम और भूमि की तैयारी करने के लिए।
- फार्म उपकरणों को लेने के लिए।
- कृषि संबंधी कोई अन्य कार्य के लिए।
योजना की पात्रता ( Eligibility ) :
निम्नलिखित किसान मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना (MKAY) के अंतर्गत लाभ प्राप्त करने के पात्र हैं:
- झारखंड राज्य के सभी सीमांत और छोटे किसान इस योजना के लिए पात्र हैं।
- किसानों के पास अधिकतम 5 एकड़ तक कृषि योग्य भूमि होनी चाहिए।
- इस योजना का लाभ केवल गरीब और छोटे किसान ही उठा सकते हैं।
- इस योजना में केवल झारखंड के स्थायी निवासी किसान ही आवेदन कर सकते है ।
कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज :
इस योजना में आवेदन करने हेतु किसानो के पास ये कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज अवश्य होने चाहिए :
- आधार कार्ड.
- आवेदक का फोटो.
- स्थायी निवासी प्रमाण पत्र.
- बैंक खाता.
- बैंक पासबुक
MKAY आवेदन कैसे करें ?
इस योजना में आवेदन करने के लिए steps निचे दिए गए है , इन steps को follow करके आप आवेदन की प्रक्रिया को पूरा कर सकते है ;
- मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं ।
- होम पेज पर ‘दिशानिर्देश’ विकल्प पर क्लिक करें, ड्रॉपडाउन सूची से ‘परिचालन दिशानिर्देश’ चुनें, और सूची से ‘परिचालन दिशानिर्देश’ विकल्प चुनें।
- ‘ऑपरेशनल गाइडलाइन्स’ एक अन्य विंडो में खुलेगी। ‘ऑपरेशनल गाइडलाइन्स’ डाउनलोड करें।
- ‘ऑपरेशन दिशानिर्देश’ के पेज 5 से पेज 7 में MKAY के लिए आवेदन पत्र दिया गया है।
- पेज 5 से पेज 7 तक सभी विवरण भरें (फॉर्म/प्रपत्र-ए, फॉर्म/प्रपत्र-बी और फॉर्म/प्रपत्र-सी)।
- विवरण भरने के बाद, आवश्यक दस्तावेजों के साथ फार्म/प्रपत्र-ए से फार्म/प्रपत्र-सी तक कृषि विभाग में जमा करें।
ध्यान रहे की सभी जानकारी सही से भरी जनि चाहिए एवं सरे दस्तावेज असली होने चाहिए तभी आप इस योजना का लाभ उठा पाएंगे।
किसान द्वारा आवेदन पत्र जमा करने के बाद सरकार इस योजना के लिए लाभार्थियों का चयन करेगी। किसान आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर होमपेज पर ‘खोज’ बटन पर क्लिक करके अपनी स्थिति देख सकते हैं कि उनका चयन हुआ है या नहीं।
‘खोज’ बटन पर क्लिक करने के बाद, उन्हें ‘लाभार्थी/किसान’ विकल्प चुनना होगा और ‘आधार संख्या’ या ‘खाता संख्या’ दर्ज करके ‘खोज’ बटन पर क्लिक करना होगा। यह आवेदक किसान की स्थिति प्रदर्शित करेगा।
बजट आवंटन :
झारखंड सरकार ने इस अत्यंत आवश्यक योजना के लिए करीब 2250 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया है। इस योजना के परिणाम से लगभग 22.76 लाख निराश्रित किसानों को लाभ मिलने की उम्मीद है। इस योजना के गठन के पीछे मुख्य उद्देश्य कृषि उत्पादन को बढ़ाना है और इस तरह हमारे किसानों के सामने आने वाले वित्तीय संकट को कम करना है। ऐसा माना जाता है कि इस योजना से उनकी आय में उल्लेखनीय वृद्धि होगी।
मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना किन किसानों के लिए है?
यह योजना केवल झारखंड राज्य के छोटे और सीमांत किसानों के लिए है।
योजना के तहत अधिकतम कितनी सहायता मिलती है?
अधिकतम ₹25,000 प्रति वर्ष।
योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन कहां से करें?
इसके लिए किसान झारखण्ड राज्ये की आधिकारिक वेबसाइट mmkay.jharkhand.gov.in पर आवेदन कर सकते है।
योजना की राशि कब ट्रांसफर होती है?
खरीफ बुआई से पहले प्रत्येक वर्ष।
निष्कर्ष (Conclusion) :
मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना (MKAY) के द्वारा झारखण्ड सरकार ने अपने राज्ये के लाखो किसानो को आर्थिक रूप से मजबूत बनाया है , यह एक बहुत ही सराहनीये कदम है जो सभी छोटे और सीमांत किसानो को खेती को आगे बढ़ाने के लिए प्रोयत्साहित करेगा। यदि आप भी झारखण्ड निवासी किसान है जो इस योजना के लिए पात्र है तोह इस योजना का अवश्य लाभ उठाये।
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