PMFBY: प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना भारतीय सरकार दुवारा किसानो के लिए उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम है। यह स्कीम किसानो को न केवल प्राकृतिक आपदाओ से हुए नुकसान में आर्थिक सहायता प्रदान करेगी बल्कि आत्मनिर्भर और सुरक्षित खेती की दिशा में आगे बढ़ाएगी। किसानो के लिए यह आवश्यक है की वह इस स्कीम और इनसे जुड़े नए उपदटेस से अवगत रहे जिससे वे इसका पूरा फायदा उठा सके।

PMFBY एक सरकारी बीमा योजना है, जो किसानों को फसल खराब होने की स्थिति में आर्थिक सहायता प्रदान करती है, इसकी शुरुआत 13 जनवरी 2016 को की गई थी और आज यह देशभर में लागू है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों को फसल नुकसान में आर्थिक सहायता प्रदान करना है। यह फसल बीमा, कृषकों को फसल विफलताओं या उनके नियंत्रण से परे सभी अप्रत्याशित संकटों से उत्पन्न होने वाली अनिश्चितताओं के कारण होने वाले वित्तीय नुकसान से बचाने का एक साधन है।
PMFBY 2025 स्कीम के मुख्य उद्देश्य :
- अप्रत्याशित घटनाओं से उत्पन्न फसल हानि/क्षति से पीड़ित किसानों को वित्तीय सहायता प्रदान करना
- कृषि क्षेत्र में ऋण का प्रवाह सुनिश्चित करना; जो खाद्य सुरक्षा, फसल विविधीकरण और कृषि क्षेत्र की वृद्धि और प्रतिस्पर्धात्मकता को बढ़ाने के अलावा किसानों को उत्पादन जोखिमों से बचाने में योगदान देगा।
- खेती में उनकी निरंतरता सुनिश्चित करने के लिए किसानों की आय को स्थिर करना
- किसानों को नवीन और आधुनिक कृषि पद्धतियों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करना
कौन ले सकता है प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना 2025 का लाभ?
इस योजना का लाभ हर वह किसान ले सकता है जिसकी फसल प्राकृतिक कारणों से खराब होती है. इसमें शामिल हैं:
- छोटे और सीमांत किसान
- कृषि ऋण लेने वाले किसान (लोन लेने वाले)
- स्वैच्छिक रूप से बीमा करवाने वाले किसान
कोंन -कौंन सी फसलों को किया जाता है कवर ?
PMFBY के तहत खरीफ, रबी और व्यावसायिक फसलें शामिल हैं:
- खरीफ फसलें: जैसे – धान, मक्का, बाजरा
- रबी फसलें: जैसे – गेहूं, चना, जौ
- व्यावसायिक/बागवानी फसलें: जैसे – कपास, गन्ना, आलू, प्याज आदि
💸 2025 के लिए नई प्रीमियम दरें :
PMFBY के तहत खरीफ, रबी और व्यावसायिक फसलें शामिल हैं:
फसल किस्म | किसान का प्रीमियम (% of एसआई) |
खरीफ (Food & Oilseeds) | 2% |
रबी (Food & Oilseeds) | 1.5% |
व्यवसायिक/बागवानी फसलें | 5% (खरीफ/रबी दोनों) |
बाकी प्रीमियम राशि केंद्र और राज्य सरकार मिलकर भरती हैं. इससे किसानों पर आर्थिक बोझ नहीं पड़ता.
जोखिम कवरेज :
- बोवनी में विफलता, खेती के दौरान प्राकृतिक आपदाएँ (सूखा, बाढ़, चक्रवात, तूफान, ओलावृष्टि)
- कीट तथा रोग, पशु हमले, कटाई के बाद 2 सप्ताह तक नुकसान
- अपवाद: मानव-जनित दुर्घटनाएँ (युद्ध, दंगे), जालसाज़ी, जान-बूझकर नुक़सान, परिसर की चोरी आदि शामिल नहीं है।
(Claim) कैसे करें ?

यदि किसी किसान ने इस बीमा योजना के तहत बिमा करा रखा है तो वह अपनी प्राकृतिक आपदा से ख़राब हुई फसल के नुकसान पे क्लेम ले सकता है , क्लेम लेने के लिए किसान को यह कुछ steps follow करने होते है :
- स्थानीय कृषि अधिकारी या बीमा कंपनी को 3 दिनों (72 घंटे) में नुकसान की सूचना दें ,
- निकटतम कृषि विभाग, बिमा कंपनी, टोल-फ्री या Crop Insurance App के माध्यम से
- शिकायत दर्ज करें – ऑनलाइन पोर्टल या CSC सेंटर पर
- जरूरी दस्तावेज जमा करें – जमीन का रिकॉर्ड, आधार कार्ड, बैंक खाता आदि
- सर्वे के बाद क्लेम की रकम 60 दिन (2 महीने) के भीतर सीधे बैंक खाते में भेज दी जाती है
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का प्रभाव :
- अब तक 56.8 करोड़ आवेदन, 23.2 करोड़ किसानों को भुगतान
- किसान द्वारा भुगतान ₹31,139 करोड़, क्लेम राशि ₹1,55,977 करोड़
- North‑East राज्यों को केंद्र 90% सब्सिडी, ताकि अधिक किसान जुड़ सकें
कितनी कंपनियां फसल बीमा प्रदान करती हैं ?
- कृषि बीमा कंपनी
- चोलामंडलम एमएस जनरल इंश्योरेंस कंपनी
- रिलायंस जनरल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड
- बजाज आलियांज
- फ्यूचर जेनेराली इंडिया इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड
- एचडीएफसी एर्गो जनरल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड
- इफको टोकियो जनरल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड
- यूनिवर्सल सोम्पो जनरल इंश्योरेंस कंपनी
- आईसीआईसीआई लोम्बार्ड जनरल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड
- टाटा एआईजी जनरल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड
- एसबीआई जनरल इंश्योरेंस
- यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस कंपनी
🔏 निष्कर्ष :
PMFBY 2025 एक भरोसेमंद, सशक्त और समर्थ योजना है:
- कम प्रीमियम, उच्च सब्सिडी, पूर्ण कवरेज
- तेज़ क्लेम निपटान (72 घंटे सूचना → 10‑दिन सर्वेक्षण → 60‑दिन भुगतान)
- उन्नत तकनीक = पारदर्शी प्रक्रिया, जल्दी भुगतान
- व्यापक पहुँच = लाखों किसान लाभान्वित हो चुके, और योजना निरंतर बेहतर होती जा रही है।
2025 में प्रधानमंत्री फसल बीमा कब मिलेगा?
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत आज यानी 1st फरवरी 2025 से ‘मेरी पॉलिसी मेरे हाथ अभियान’ की शुरूआत हो गई है। अधिक जानकारी के लिए https://pmfby.gov.in पर जाएं या 14447 पर कॉल करें। आप हमारे व्हाट्सऐप चैट बॉट नंबर 070655 144475514447 पर मैसेज भेज करके भी पा सकते हैं हर जानकारी।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का क्लेम कैसे करें?
अधिक जानकारी के लिए किसान सरकार की अधिकृत वेबसाइट पर जाकर टोल फ्री नंबर (14447) पर फोन किया जा सकता है। यहां पर किसानों को क्लेम से जुड़ी कोई बात तभी करनी चाहिए, जब किसी स्थानीय आपदा से नुकसान हुआ हो। उपज से आधारित दावे जीपी लेवल पर उपज की गणना करने के बाद ऑटोमैटिक तरीके से digi claim के माध्यम से भेज दी जाती है।
बीमा राशि/कवरेज सीमा क्या है?
ऋणी और गैर-ऋणी दोनों किसानों के लिए प्रति हेक्टेयर बीमित राशि जिला स्तरीय तकनीकी समिति द्वारा तय किए गए वित्त के पैमाने के बराबर होगी और इसे SLCCCI द्वारा पूर्व-घोषित और अधिसूचित किया जाएगा। वित्त के पैमाने की कोई अन्य गणना लागू नहीं होगी।
आधार कार्ड से फसल बीमा कैसे चेक करें?
आधार कार्ड का उपयोग फसल बीमा की स्थिति और विवरण जांचने के लिए विभिन्न ऑनलाइन और ऑफलाइन तरीके उपलब्ध हैं।
किसानों को मुआवजा राशि कब मिलेगी?
किसानों को मुआवजा राशि मिलने की प्रक्रिया और समय सीमा विभिन्न कारकों पर निर्भर करती है, जैसे कि बीमा कंपनी की नीतियां, स्थानीय कृषि विभाग की प्रक्रिया, और नुकसान की स्थिति। ये केंद्र सरकार की योजना है, जिसके लिए किसानों को हर साल प्रीमियम देना होता है।
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मुझे आशा है कि आपको जानकारी अच्छी लगी होगी तो जानकारी को अपने लोगो के साथ अभी शेयर करें ताकी बाकी लोग भी इसका फायदा उठा सकें।
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